एहे…स्याम बुलावै राधा बेगी आज्या बाग म रे स्याम बुलावै रे…
आज्या बाग म ए राधा आज्या होळी म ए स्याम बुलावा रे [टेर]

एहे…सरस्यूं फूल रही खेता म झुक-झुक झोला खावै रे…
अरै सांवरो जोवै बाटड़ली कद राधा आवै रे [1] टेर

एहे…प फ थ्हारो बांच सांवरिया कांपै हिवड़ो म्हारो रे…
अरै जद जोवूं जद कायल बांचबळेजणगारो रे [2] टेर

एहे…कोरा-कोरा कळस भर्या है ज्यामै केसर घोळी रे…
अरै थ्हारै बिना तो सूनी लागै सखिया री टोळी रे [3] टेर

एहे…थ्हारै बुलाया आज्यावूं पण सखिया करै ठिठोळी रे…
अरै खाटू कै मेळा म भगता सागै होळी रे [4] टेर।